Dhundhli parchaiyan Pallavi Rastogi
₹225.00
Author : Pallavi Rastogi
Publication : Samriddh Publication
Hardcover / Paperback : Paperback
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हमारा कर्त्तव्य सर्वप्रथम अपने परिवार के लिए है। उनकी सहमति के बिना हमलोग शायद ही खुश रह पाएं। इसलिए बेहतर है कि उनके निर्णय का सम्मान करते हुए हम अपने रास्ते अलग कर लें। इसी में सबकी भलाई है”, यह कहते-कहते रवि की आवाज़ भर्रा गई। अपने आंसुओं को छिपाने के लिए वह दूसरी ओर देखने लगा। वह नहीं चाहता था कि उसके आंसुओं को देख सुप्रिया कमज़ोर पड़ जाए। “जीवन का पहला प्यार तो माता-पिता हैं। उनके बाद ही किसी अन्य का स्थान है। उन्होंने आजतक हमलोगों के प्रति अपनी सभी ज़िम्मेदारियों का निर्वहन किया है, आज उन ज़िम्मेदारियों को निभाने की हमदोनों की बारी है। हम अपनी वज़ह से उन्हें तक़लीफ़ नहीं दे सकते।”, रवि की बातें उसके कानों में गूंज रहे थे।
Author Name : Dr. Monika Raj
Courier Charge : 25Rs









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